“पूर्व-समाकलन(प्री-इंटीग्रेशन) पाठ्यक्रम  भाषा सहायता से समाकलन पाठ्यक्रम की परिवर्तन अवधि” पर किया गया अध्ययन यह दर्शाता है कि वे नए आप्रवासी, जिन्होंने वीज़ा के लिए अपने देश में ही ए-वन परीक्षा पास कर ली है, उन्हें जर्मनी में फिर से इंटीग्रेशन कोर्स, भाषा और संस्कृति के साथ जुड़ने के लिए कुछ ज्यादा इंतज़ार करना पड़ता है I इसके अलावा यह अध्ययन अन्य तथ्यों के अलावा इस बात की ओर भी इशारा करता है कि लक्ष्य समूह की आवश्यकता के अनुरूप पठन एवं  अभ्यास सामग्री और अन्य जानकारी के अभाव में इस अन्तरकाल में अपने आप आगे पढ़ा जा सकना संभव नहीं होता I इस कमी की वजह से भाषा का ज्ञान इंटीग्रेशन कोर्स  में प्रवेश के समय तक कम हो जाता है I प्रवासी के कहने पर आगे पढ़ाई जारी रखने के लिए उच्च कोटि का प्रोत्साहन उपलब्ध हैI



इस आवश्यकता की प्रतिक्रिया में ग्योते इंस्टिट्यूट ने 2012 में वेबपोर्टल “जर्मनी की ओर मेरा रास्ता” का प्रारूप तैयार किया I परियोजना(प्रोजेक्ट) के पहले चरण में, 2012 से 2014 तक यह पोर्टल कार्यक्षेत्र प्री-इंटीग्रेशन और अन्तरकाल प्रबंधन के अंतर्गत आता था और इसे यूरोपियन इंटीग्रेशन फोंड (ईआईऍफ़) से सहायता मिलती थी I इस वेबपोर्टल का उद्देश्य, विदेश में प्री इंटीग्रेशन भाषा कोर्स, सूचनाओं और परामर्श केन्द्रों से अवगत करना, जर्मनी में भाषा में पहली सहायता की पेशकश के साथ-साथ जर्मनी में उपलब्ध संघ के अन्य इंटीग्रेशन साधनों के बारे में जानकारी देना था I इसके आलावा पोर्टल पर सीखने के लिए उपलब्ध सुझावों का उपयोग करके यह विशेष ग्रुप जर्मनी में जीने के लिए आवश्यक विभिन्न जानकारियाँ, जैसे विभिन्न मीडिया को कैसे हैंडल किया जाए या जर्मनी में उनके आरंभिक समय के लिए अनुकूलन कैसे किया जाए, हासिल करता है I

निश्चित रूप से जो मूल(ओरिजिनल) ग्रुप होता है वह आगे प्रगति करता है I यह ग्रुप इंटीग्रेशन कोर्स ज्वाइन करता है या पहले से ही ख़त्म कर चुका होता है, जर्मन दिनचर्या में प्रवेश कर चुका होता है और व्यवसाय में अपने पाँव जमाना चाहता है I इस ग्रुप की अब अन्य आवश्यकताएं हैं I मैं अपने व्यवसाय के लिए किए गए प्रशिक्षण सम्बंधित सर्टिफिकेट्स को कहाँ प्रमाणित करवा सकता हूँ ? मेरी पढ़ाई के समापन में कौन मेरी सहायता कर सकता है ? मैं तुरंत एक इंजीनियर की हैसियत से क्यों नहीं काम कर सकता ? यदि मैंने किसी प्रकार का कोई व्यावसायिक प्रशिक्षण नहीं लिया है और मैं जर्मनी में काम करना चाहता हूँ/चाहती हूँ तो मेरे लिए क्या विकल्प मौजूद हैं ? प्रोजेक्ट के इस चरण  में, (AMIF)एएमआईऍफ़, जो वेबपोर्टल का 2018 के मध्य तक सह वित्तपोष(कोफाइनैंसर)  था, के द्वारा लगातार व्यवसाय सम्बंधित अभ्यास, सूचनाएँ और परामर्श ऑफर आगे और भी विकसित किये गए  और प्रवासियों को सिर्फ जर्मनी के आगमन ही नहीं बल्कि जर्मन कामकाजी दुनिया में भी सहयोग पेश किये गए I

प्रोजेक्ट का वर्तमान चरण भी जून 2022 तक एएमआईऍफ़ द्वारा को-फाइनेंस किया जाएगा और उसका शीर्षक है “जर्मनी में आगमन” I प्रोजेक्ट का बेस आगे भी इन्टरनेटपोर्टल “मेरा रास्ता जर्मनी को” है जहाँ मुख्य फोकस दैनिक जीवन में प्रशिक्षण पर ओरिएंटेशन के अलावा जर्मनी में काम खोजना और काम शुरू करना पर है I

यह वेब पोर्टल वर्तमान प्रोजेक्ट फेज़ की कड़ी में महत्वपूर्ण विषयों के मद्देनज़र लगातार आगे बढ़ेगा, इसका आधुनिकीकरण होगा और पूरी तरह से मोबाइल के लिए संयोज्य(कम्पेटिबल) प्रस्तुत किया जाएगा I इस पोर्टल के जरिये नए आप्रवासी संघ के परामर्श और इंटीग्रेशन सिस्टम में सीधे प्रवेश कर सकेंगे I  

इस पोर्टल को और अधिक सुगम बनाने के लिए, इस प्रोजेक्ट के तत्वावधान में लगभग 35 सूचना स्तम्भ ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित किये जाएंगे जहाँ नए आप्रवसी सूचना प्राप्त कर सकेंगे और भविष्य में प्रवास करने के देश के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे, और पोर्टल का लाभ उठा सकेंगे I

इसके आलावा श्रेणी “शिक्षक” मुफ्त में शिक्षकों को और परामर्श दाताओं को सामग्री उपलब्ध कराता
है I



यहाँ एक हार्दिक धन्यवाद सभी साथी लेखकों, डेवलपर,फाइल मेकर, ग्राफिक डिज़ाइनर, निदेशक, विशेषज्ञों, जिन्होंने इसमें सहयोग दिया है, ताकि यह वेब पोर्टल बहुआयामी ऑफर के साथ ऑनलाइन इस रूप- में आ सका I इनका उल्लेख नियमतः श्रेणी “जर्मन का अभ्यास करें” में किया जाता है I इसके अलावा हम लेखकों, निदेशकों, स्टेफन म्युन्शो, फ्रेया कोनेज़िया, योहाना श्लेब्निकोव, ज़ाबा ग्लोनर, याना देगनर, एलेन बाख्मान, मारिओं होलरुंग और जूलिया, मायेर /अन्तराष्ट्रीय शोध केंद्र के आभारी हैं जिनकी सहायता से यह तैयार हुआ और इसे यह बहुभाषीय रूप दिया गया या सेंट्रल अभ्यास लेखों को तैयार किया I इस पोर्टल के माध्यम से हम सभी को धन्यवाद देना चाहते हैं I
इस प्रोजेक्ट की वित्तीय सहायता के लिए हम युरोपियन यूनियन के आभारी हैं जिनके सहयोग के बिना इस प्रोजेक्ट की प्रस्तुति संभव नहीं हो सकती थी I